भारत, अपनी विशाल उद्यमिता क्षमता के साथ, महिला-नेतृत्व वाले व्यवसायों में लगातार वृद्धि देख रहा है। इस वृद्धि का समर्थन करने वाली एक महत्वपूर्ण पहल उद्योगिनी योजना है, जिसे आत्मनिर्भरता बढ़ाने और विशेष रूप से आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों की महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए लॉन्च किया गया था। 1997 में कर्नाटक राज्य महिला विकास निगम (KSWDC) द्वारा शुरू की गई इस योजना को विभिन्न राज्यों द्वारा अपनाया गया है, ताकि महिला उद्यमियों को वित्तीय सहायता, कौशल विकास, और संसाधन प्रदान किए जा सकें। उद्योगिनी योजना ने भारत भर में हजारों महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने में मदद की है, जिससे उनके व्यक्तिगत विकास और राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में योगदान हुआ है।
Udyogini Scheme 2025 मुख्य विशेषताएँ और लाभ
विशेषता | विवरण |
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ऋण राशि | महिलाएं ₹3 लाख तक का ऋण प्राप्त कर सकती हैं, जो व्यवसाय स्थापित करने, उपकरण खरीदने, कच्चे माल आदि के लिए उपयोग किया जा सकता है। |
ब्याज दर | उद्योगिनी योजना प्रतिस्पर्धात्मक ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करती है। विशेष श्रेणियों के लिए ब्याज मुक्त ऋण की सुविधा भी है। |
कोलेटरल | इस योजना में कोलेटरल की आवश्यकता नहीं होती, जिससे उन महिलाओं को भी मदद मिलती है जिनके पास संपत्ति नहीं है। |
सबसिडी | योजना के तहत 30% तक की सबसिडी प्रदान की जाती है, जिससे ऋण की पुनर्भुगतान प्रक्रिया को और भी सुगम बनाया जाता है। |
प्रशिक्षण और कौशल विकास | महिलाओं को व्यवसाय प्रबंधन, वित्तीय साक्षरता, विपणन, और अन्य महत्वपूर्ण कौशलों के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वे सफलतापूर्वक व्यवसाय चला सकें। |
उद्योगिनी योजना के तहत समर्थित व्यवसाय श्रेणियाँ
यहां उद्योगिनी योजना के तहत समर्थित व्यवसाय श्रेणियों की सूची दी गई है:
- अगरबत्ती निर्माण
- ऑडियो-वीडियो पार्लर
- बेकरी
- केले के पत्ते का निर्माण
- ब्यूटी पार्लर
- चूड़ियाँ
- बेडशीट और तौलिया निर्माण
- किताबें और नोटबुक्स बाइंडिंग
- बोतल के ढक्कन का निर्माण
- बांस के सामान का निर्माण
- कैंटीन और कैटरिंग
- क्रेच (बाल देखभाल केंद्र)
- क्लिनिक
- मसाले (कंडिमेंट्स)
- नारियल की दुकान
- चॉक क्रेयॉन निर्माण
- चप्पल निर्माण
- सफाई पाउडर
- कॉफी और चाय पाउडर
- कॉरुगेटेड बॉक्स निर्माण
- सूत धागा निर्माण
- कट-पीस कपड़े का व्यापार
- डेयरी और मुर्गी पालन
- डायग्नोस्टिक लैब
- ड्राई क्लीनिंग
- ड्राई फिश व्यापार
- खाने-पीने की दुकानें
- खाद्य तेल का व्यापार
- ऊर्जा खाद्य (Energy food)
- फेयरट्रेड दुकान
- फैक्स पेपर निर्माण
- मछली की दुकानें
- फूलों की दुकान
- आटा चक्की (Flour mills)
- ईंधन लकड़ी
- फुटवियर निर्माण
- उपहार सामग्री
- जिम केंद्र
- हस्तशिल्प निर्माण
- घरेलू वस्त्र खुदरा व्यापार
- आइस क्रीम पार्लर
- इंक निर्माण
- जैम, जैली और अचार निर्माण
- टाइपिंग और फोटोकॉपी
- जूट के कालीन निर्माण
- पुस्तकालय
- पत्तों के कप निर्माण
- चटाई बुनाई
- माचिस बॉक्स निर्माण
- दूध बूथ
- मटन की दुकानें
- समाचार पत्र, साप्ताहिक और मासिक पत्रिका विक्रय
- नायलॉन बटन निर्माण
- पुरानी कागज की दुकान
- पान और सिगरेट की दुकान
- पान मसाला की दुकान
- पापड़ निर्माण
- फिनाइल और नाफ्थलीन
- फोटोग्राफी स्टूडियो
- प्लास्टिक सामान की दुकान
- प्रिंटिंग और डाईंग
- क़्विल्ट और बिस्तर निर्माण
- रेडियो और टीवी सर्विस
- रागी पाउडर की दुकान
- रेडीमेड गारमेंट्स
- रियल एस्टेट एजेंसी
- रिबन निर्माण
- साड़ी और कढ़ाई
- सुरक्षा सेवा
- शिकाकाई पाउडर निर्माण
- रेशम बुनाई
- दुकाने और प्रतिष्ठान
- रेशम धागा निर्माण
- रेशम कीट पालन
- साबुन, तेल और केक निर्माण
- स्टेशनरी दुकान
- STD बूथ
- मिठाई की दुकानें
- सिलाई
- चाय की दुकान
- ट्रैवल एजेंसी
- ट्यूटोरियल्स (शिक्षा केंद्र)
- टाइपिंग संस्थान
- सब्ज़ी विक्रय
- सेवइयाँ निर्माण
- गीला पीसना (Wet grinding)
- ऊनी वस्त्र निर्माण
Udyogini Scheme 2025 पात्रता मानदंड
उद्योगिनी योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होता है। इन मानदंडों से यह सुनिश्चित होता है कि योजना उन महिलाओं तक पहुंचे जो वास्तव में इसकी आवश्यकता महसूस करती हैं।
- लिंग: यह योजना केवल महिला उद्यमियों के लिए है। केवल महिला उम्मीदवार ही आवेदन कर सकती हैं।
- आयु: आवेदन करने के लिए महिलाओं की आयु 18 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आय: सामान्य आवेदनकर्ताओं के लिए परिवार की वार्षिक आय ₹1.5 लाख से कम होनी चाहिए। हालांकि, विधवाओं और दिव्यांग महिलाओं के लिए आय सीमा नहीं है।
- क्रेडिट इतिहास: आवेदनकर्ता का क्रेडिट इतिहास साफ होना चाहिए। उनके पास पिछले ऋणों या कर्जों में कोई डिफॉल्ट नहीं होना चाहिए।
Udyogini Scheme 2025 उद्योगों को कवर किया गया
उद्योगिनी योजना कई प्रकार के उद्योगों को कवर करती है, जिससे महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में अवसर मिलते हैं। कुछ प्रमुख श्रेणियाँ जो योजना के तहत समर्थित हैं, वे निम्नलिखित हैं:
- निर्माण: महिलाएं छोटे निर्माण उद्योग शुरू कर सकती हैं, जैसे अगरबत्ती, पापड़, बेकरी उत्पाद आदि।
- सेवा क्षेत्र: ब्यूटी पार्लर, सिलाई सेवाएं, और फोटोग्राफी स्टूडियो जैसे व्यवसायों को योजना के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त हो सकती है।
- कृषि: महिलाएं कृषि आधारित व्यवसाय स्थापित कर सकती हैं, जैसे डेयरी पालन, मुर्गी पालन, सब्जी विक्रय आदि।
- खुदरा: महिलाएं छोटे खुदरा व्यवसाय जैसे किराना दुकान, चाय की दुकान, स्टेशनरी दुकान आदि भी खोल सकती हैं।
कुल मिलाकर, उद्योगिनी योजना 88 विभिन्न व्यवसाय गतिविधियों को कवर करती है, जिससे महिलाओं को उनके उद्यमिता यात्रा की शुरुआत करने के लिए विशाल अवसर मिलते हैं।

Udyogini Scheme 2025 आवेदन कैसे करें
उद्योगिनी योजना के लिए आवेदन करना एक सीधा और सरल प्रक्रिया है। आवेदन करने के दो तरीके हैं: ऑनलाइन और ऑफलाइन।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: पहला कदम राज्य महिला विकास निगम या अपने राज्य की निर्धारित पोर्टल पर जाना है। कर्नाटका के लिए यह कर्नाटका राज्य महिला विकास निगम है।
- रजिस्टर करें: आपको अपने आधार-लिंक्ड मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी से पंजीकरण करना होगा।
- आवेदन पत्र भरें: सभी आवश्यक व्यक्तिगत, वित्तीय, और व्यवसाय विवरण के साथ आवेदन पत्र भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें: पहचान प्रमाण, आय प्रमाण, और विस्तृत व्यापार योजना जैसे आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- सबमिट करें: आवेदन पूरा होने के बाद इसे सबमिट करें। आपको भविष्य में संदर्भ के लिए एक अcknowledgment नंबर प्राप्त होगा।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- निकटतम कार्यालय पर जाएं: यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो आप महिला विकास निगम या MSME विभाग के निकटतम कार्यालय पर जा सकते हैं।
- आवेदन पत्र भरें: आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
- आवेदन पत्र जमा करें: भरे हुए आवेदन पत्र को कार्यालय में जमा करें और आवेदन की स्थिति ट्रैक करने के लिए एक knowledgment रिसीट प्राप्त करें।
निष्कर्ष
उद्योगिनी योजना ने भारत भर में महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वित्तीय सहायता, कौशल विकास, और संसाधनों की पहुंच प्रदान करके यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में योगदान करने का अवसर देती है। महिला उद्यमिता के लिए सरकार की पहल सराहनीय है, और उद्योगिनी योजना एक महत्वपूर्ण कदम है जो एक अधिक समावेशी आर्थिक परिप्रेक्ष्य को बढ़ावा देती है।

Pankaj Kumar is a journalist at Chandigarh X, covering admit cards, recruitment, and government schemes. His articles provide readers with detailed insights into application processes, eligibility, and exam updates.
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