रूढ़िवादी निवेशकों और अपनी बेटियों के भविष्य की योजना बना रहे माता-पिता के लिए राहत की खबर है। भारत सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की ब्याज दर को अप्रैल–जून 2025 तिमाही के लिए 8.2% पर यथावत रखा है। यह पुष्टि वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आर्थिक मामलों विभाग (DEA) द्वारा 28 मार्च, 2025 को जारी एक परिपत्र के माध्यम से की गई।
विश्वव्यापी आर्थिक प्रवृत्तियों के अनुरूप ब्याज दरों में कटौती की अटकलों के विपरीत, सरकार ने मौजूदा दर को बनाए रखा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह घरेलू बचत को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
2015 में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू की गई यह योजना लंबी अवधि की सरकारी समर्थित बचत योजना है, जो विशेष रूप से बालिकाओं के लिए बनाई गई है। यह आकर्षक ब्याज दरों और आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत कर लाभ प्रदान करती है।
यह खाता किसी भी 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के नाम पर उसके माता-पिता या अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है। न्यूनतम वार्षिक जमा ₹250 है और अधिकतम ₹1.5 लाख। खाता खोलने की तारीख से 21 वर्षों बाद या बालिका के 18 वर्ष की आयु के बाद विवाह होने पर मैच्योर होता है।
अप्रैल–जून 2025: ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं
वित्त वर्ष 2025–26 की पहली तिमाही (अप्रैल–जून 2025) के लिए SSY की ब्याज दर 8.2% प्रतिवर्ष (वार्षिक चक्रवृद्धि) ही बनी हुई है। यह वही दर है जो जनवरी–मार्च 2025 तिमाही में भी लागू थी।
इसकी आधिकारिक घोषणा आर्थिक मामलों विभाग की वेबसाइट पर 28 मार्च, 2025 के परिपत्र में उपलब्ध है।
अप्रैल–जून 2025 की लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें
योजना | ब्याज दर (%) |
---|---|
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) | 8.2% |
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) | 7.1% |
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना | 8.2% |
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) | 7.7% |
किसान विकास पत्र (KVP) | 7.5% |
मंथली इनकम अकाउंट | 7.4% |

ब्याज दर बनाए रखने के पीछे के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार ब्याज दर को स्थिर रखने का निर्णय निम्नलिखित कारणों से लिया गया है:
- महंगाई और राजकोषीय स्थिरता: महंगाई नियंत्रित स्तर पर है, ऐसे में सरकार ने छोटे निवेशकों का भरोसा बनाए रखने को प्राथमिकता दी।
- सामाजिक कल्याण उद्देश्य: यह योजना केवल एक वित्तीय साधन नहीं बल्कि बालिकाओं को सशक्त बनाने की एक पहल है।
- प्रतिस्पर्धात्मक लाभ: बैंकों की सावधि जमा योजनाओं की तुलना में SSY बेहतर रिटर्न प्रदान करती है।
SSY के वित्तीय लाभ
- उच्च ब्याज दर: 8.2% वर्तमान में सरकारी योजनाओं में सबसे ऊंची दरों में से एक है।
- कर लाभ: निवेश पर धारा 80सी के तहत कटौती मिलती है और ब्याज पूरी तरह कर मुक्त होता है।
- सुरक्षित निवेश: यह भारत सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे इसमें जोखिम लगभग शून्य है।
SSY खाता कैसे खोलें?
आप सुकन्या समृद्धि खाता इन स्थानों पर खोल सकते हैं:
- डाकघर
- अधिकृत बैंक (जैसे SBI, PNB, HDFC, ICICI आदि)
आवश्यक दस्तावेज़:
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता/अभिभावक का पहचान और पता प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आरंभिक जमा राशि (न्यूनतम ₹250)
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
यदि आपके पास पहले से SSY खाता है, तो यह अच्छी खबर है आपकी ब्याज दर स्थिर और उच्च बनी रहेगी। जो लोग इस योजना में निवेश करने की सोच रहे हैं, उनके लिए अप्रैल–जून 2025 एक अच्छा समय है।
साल की शुरुआत में निवेश करने से चक्रवृद्धि ब्याज का पूरा लाभ उठाया जा सकता है।
निष्कर्ष
8.2% की ब्याज दर को बनाए रखने का फैसला सरकार की संतुलित सोच को दर्शाता है—एक ओर अनुशासित बचत को बढ़ावा देना और दूसरी ओर सामाजिक कल्याण की दिशा में आगे बढ़ना। वर्तमान आर्थिक माहौल को देखते हुए, यह योजना लंबी अवधि के लिए सुरक्षित और सामाजिक रूप से प्रभावशाली निवेश का एक मजबूत विकल्प बनी हुई है।
बेटियों के भविष्य की योजना बनाते समय सभी विकल्पों पर विचार अवश्य करें, लेकिन SSY न केवल उच्च रिटर्न, बल्कि उस उद्देश्य के लिए भी खास है जिसे यह आगे बढ़ाता है।

Pankaj Kumar is a journalist at Chandigarh X, covering admit cards, recruitment, and government schemes. His articles provide readers with detailed insights into application processes, eligibility, and exam updates.
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