प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को सस्ते और स्थायी घर प्रदान करना है, जो कच्चे मकानों में रहते हैं या जिनके पास उचित आवास नहीं है। सभी पात्र लाभार्थियों को योजना में शामिल करने के लिए, सरकार ने 10 फरवरी 2025 से 31 मार्च 2025 तक स्व-सर्वेक्षण प्रक्रिया शुरू की है।
यह उन परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिन्हें पक्के मकान की जरूरत है। सर्वेक्षण प्रक्रिया के माध्यम से आवेदक अपनी पात्रता की पुष्टि कर सकते हैं और अंतिम तिथि से पहले सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण क्या है?
PMAY-G को 2016 में “सबके लिए आवास” लक्ष्य को 2024 तक पूरा करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस योजना के तहत स्थायी घरों के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के बीच 60:40 का वित्तीय योगदान होता है (पूर्वोत्तर राज्यों के लिए यह अनुपात 90:10 है)।
योजना शुरू होने के बाद से अब तक 2.5 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को इसका लाभ मिल चुका है। इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें: https://pmayg.nic.in।
2025 के लिए स्व-सर्वेक्षण प्रक्रिया
स्व-सर्वेक्षण प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई है कि केवल वास्तव में जरूरतमंद परिवारों को योजना में शामिल किया जाए। आवेदक ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन कैसे करें?
1. ऑफ़लाइन आवेदन प्रक्रिया:
- अपने ग्राम पंचायत कार्यालय में जाएं।
- ग्राम रोजगार सहायक, पंचायत सचिव या ग्रामीण आवास सहायक से संपर्क करें।
- PMAY-G स्व-सर्वेक्षण फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
- फॉर्म को सत्यापन के लिए ग्राम पंचायत या ब्लॉक कार्यालय में जमा करें।
2. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- आधिकारिक PMAY-G पोर्टल पर जाएं: https://pmayg.nic.in।
- “Awaas Plus 2024 – Dashboard List” पर क्लिक करें और “Self Survey Report” चुनें।
- राज्य, जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत की जानकारी भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें।
- अपने आवेदन की स्थिति वेबसाइट पर चेक करें।

पात्रता मानदंड
PMAY-G स्व-सर्वेक्षण प्रक्रिया उन परिवारों के लिए है, जिन्हें मकान की सबसे अधिक जरूरत है। पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- ऐसे परिवार जिनके पास पक्का घर नहीं है या वे कच्चे मकानों में रहते हैं।
- विधवा या अकेली महिला के नेतृत्व वाले परिवार।
- बेसहारा या भूमिहीन व्यक्ति, जिनके पास कोई आय का स्रोत नहीं है।
- अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के परिवार।
- वे परिवार जिनमें 16-59 वर्ष के बीच कोई भी वयस्क सदस्य नहीं है।
- गंभीर रूप से विकलांग व्यक्ति या जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।
- हाथ से मैला ढोने वाले या बंधुआ मजदूर।
आवश्यक दस्तावेज़
PMAY-G स्व-सर्वेक्षण पूरा करने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित दस्तावेज़ देने होंगे:
- परिवार के मुखिया का आधार कार्ड।
- बैंक पासबुक (वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए)।
- राशन कार्ड (घर की जानकारी के सत्यापन के लिए)।
- आवेदक और उनके पति/पत्नी की संयुक्त तस्वीर (यदि लागू हो)।
- आय प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)।
- आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर।
वित्तीय सहायता और लाभ
PMAY-G योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को निम्नलिखित सहायता मिलती है:
- साधारण क्षेत्रों में 1.2 लाख रुपये और पहाड़ी व पूर्वोत्तर राज्यों में 1.3 लाख रुपये मकान निर्माण के लिए।
- स्वच्छ भारत मिशन के तहत 12,000 रुपये शौचालय निर्माण के लिए।
- मनरेगा के तहत 90-95 दिनों की मजदूरी सहायता मकान निर्माण के लिए।
- 70,000 रुपये तक की सब्सिडी वाले ऋण विभिन्न ग्रामीण आवास योजनाओं के तहत।
महत्वपूर्ण तिथियां और आगे की प्रक्रिया
- सर्वेक्षण शुरू होने की तिथि: 10 फरवरी 2025
- आवेदन की अंतिम तिथि: 31 मार्च 2025
यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि 31 मार्च 2025 से पहले स्व-सर्वेक्षण प्रक्रिया पूरी कर ली जाए, ताकि योजना के तहत आवास सहायता के लिए पात्रता सुनिश्चित हो सके। सर्वेक्षण पूरा होने के बाद, अंतिम लाभार्थी सूची तैयार की जाएगी और घरों का आवंटन किया जाएगा।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बेघर लोगों को स्थायी आवास उपलब्ध कराना और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना है। स्व-सर्वेक्षण प्रक्रिया इस योजना को पारदर्शी और प्रभावी बनाने में मदद करती है, ताकि केवल जरूरतमंद परिवारों को लाभ मिल सके।
यदि आप या आपके परिचित इस योजना के पात्र हैं, तो 31 मार्च 2025 से पहले सर्वेक्षण पूरा करें और पक्का मकान पाने की दिशा में पहला कदम उठाएं। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://pmayg.nic.in

Pankaj Kumar is a journalist at Chandigarh X, covering admit cards, recruitment, and government schemes. His articles provide readers with detailed insights into application processes, eligibility, and exam updates.
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