आईपीएल 2025 के एक अहम मुकाबले में गुजरात टाइटन्स के कप्तान शुबमन गिल ने अपने शांत स्वभाव को एक तरफ रखकर गुस्से और जुनून से भरा नया रूप दिखाया। 2 मई को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में गिल ने न केवल शानदार बल्लेबाजी की, बल्कि अंपायर के फैसले पर जमकर नाराज़गी भी जताई जो उनके नेतृत्व के विकास का एक संकेत माना जा रहा है।
युवा शुबमन गिल का गुस्सा
गिल का यह गुस्सैल रूप एक विवादित रन आउट के फैसले के कारण सामने आया।
- विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन द्वारा गिल्लियां समय से पहले गिराने को लेकर विवाद हुआ।
- तीसरे अंपायर द्वारा साथी बल्लेबाज़ साईं सुदर्शन को रन आउट घोषित किए जाने पर गिल ने कड़ा विरोध किया।
- उन्होंने मैदान पर अंपायर से बहस की और टीम स्टाफ को उन्हें शांत करने के लिए मैदान से बाहर ले जाना पड़ा।
- इस घटना ने सोशल मीडिया और क्रिकेट जगत में ज़बरदस्त चर्चा छेड़ दी।
नेतृत्व की मिसाल पेश की
गिल ने अपनी नाराज़गी को प्रदर्शन में नहीं बदलने दिया और टीम के लिए बड़ी पारी खेली।
- 38 गेंदों में धमाकेदार 76 रन बनाए (8 चौके, 4 छक्के)।
- साथी बल्लेबाज़ साईं सुदर्शन (48 रन) के साथ शतकीय साझेदारी की।
- गुजरात टाइटन्स ने कुल 224/6 रन बनाए।
- टीम ने 38 रन से जीत दर्ज की और अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गई।
मैच का पूरा स्कोर और हाइलाइट्स आईपीएल की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं
नेतृत्व में परिवर्तन के संकेत
गिल के तेवर उनके बदलते नेतृत्व कौशल की ओर इशारा कर रहे हैं।
- अब तक शांत और संयमित माने जाने वाले गिल ने भावनाओं को खुलकर दिखाया।
- युवा कप्तान के तौर पर उन पर टीम के प्रदर्शन और दबाव की ज़िम्मेदारी है।
- क्रिकेट विशेषज्ञों ने उनकी तुलना युवा विराट कोहली से की।
- पूर्व खिलाड़ियों ने कहा, “वो परवाह करता है — शायद ज़्यादा ही, लेकिन यह सीखने की प्रक्रिया है।”
पूरा पोस्ट-मैच विश्लेषण Star Sports पर देखा जा सकता है।

भारतीय क्रिकेट के भविष्य के संकेत
गिल की यह प्रतिक्रिया भारत की अगली पीढ़ी के नेतृत्व की संभावनाओं की ओर इशारा करती है।
- कई वरिष्ठ खिलाड़ी अब संन्यास की ओर हैं, ऐसे में नए नेताओं की तलाश जारी है।
- गिल अपने बल्लेबाज़ी कौशल और नेतृत्व से एक गंभीर दावेदार बनते जा रहे हैं।
- युवा मामले और खेल मंत्रालय के ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रमों से खिलाड़ियों का नेतृत्व कौशल विकसित किया जाता है। जानकारी सरकारी वेबसाइट पर उपलब्ध है।
निष्कर्ष
शुबमन गिल का यह गुस्सैल रूप भले ही कुछ को चौंकाए, लेकिन यह दिखाता है कि वह सिर्फ एक शानदार बल्लेबाज़ ही नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से परिपक्व और भविष्य का मजबूत नेता भी बन रहा है।
अगर गिल इस ऊर्जा को दिशा और संतुलन के साथ मैदान पर उतारना सीखते हैं, तो वह न केवल गुजरात टाइटन्स बल्कि भविष्य में भारतीय टीम के भी अगुआ बन सकते हैं।
यह घटना केवल एक आवेग नहीं थी यह उनके अंदर छुपे जुनून, ज़िम्मेदारी और नेतृत्व की गहराई की झलक थी।

Pankaj Kumar is a journalist at Chandigarh X, covering admit cards, recruitment, and government schemes. His articles provide readers with detailed insights into application processes, eligibility, and exam updates.
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