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PM Kusum Yojana 2025: केवल 25% खर्च में पाइए सोलर पंप की सुविधा, जानें कौन किसान कर सकते हैं आवेदन!

किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। अब वे प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM) के तहत सिर्फ 25% लागत में सोलर पंप लगवा सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दी जा रही 75% …

किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। अब वे प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM) के तहत सिर्फ 25% लागत में सोलर पंप लगवा सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दी जा रही 75% सब्सिडी से किसानों की सिंचाई लागत में भारी कमी आएगी, जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और डीजल पर निर्भरता घटेगी।

सरकार का उद्देश्य खेती को ऊर्जा के अक्षय स्रोतों से जोड़कर पर्यावरण संरक्षण और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। आइए जानते हैं कि इस योजना का लाभ कौन-कौन उठा सकता है, और आवेदन की प्रक्रिया क्या है।

क्या है प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM)?

प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) की शुरुआत 2019 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य है किसानों को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना। इस योजना के तहत किसानों को ग्रिड से स्वतंत्र बनाकर सोलर पंप मुहैया कराए जाते हैं।

2025 में योजना को और प्रभावी बनाया गया है, जिसमें किसानों को केवल 25% खर्च वहन करना है, जबकि 75% खर्च सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में वहन किया जाएगा।

सब्सिडी का वितरण कैसे होता है?

PM-KUSUM योजना के तहत सब्सिडी का वितरण इस प्रकार किया जाता है:

  • किसान का अंशदान – 25%
  • केंद्र सरकार की सब्सिडी – 30%
  • राज्य सरकार की सब्सिडी – 45%

इस तरह किसानों को कुल 75% सब्सिडी मिलती है, जिससे सोलर पंप की लागत काफी कम हो जाती है।

PM Kusum Yojana 2025

कौन किसान उठा सकते हैं योजना का लाभ?

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को कुछ शर्तों को पूरा करना होता है। खासकर हरियाणा जैसे राज्यों में निम्नलिखित मानदंडों के आधार पर किसानों को पात्र माना जाता है:

  1. भूमि स्वामित्व: किसान के पास कृषि भूमि होनी चाहिए।
  2. परिवार पहचान पत्र (PPP): वैध PPP होना अनिवार्य है।
  3. बिजली कनेक्शन: किसान के नाम कोई मौजूदा बिजली कृषि कनेक्शन नहीं होना चाहिए। यदि है, तो उसे सरेंडर करना होगा।
  4. माइक्रो इरिगेशन: खेत में ड्रिप या स्प्रिंकलर प्रणाली पहले से लगी होनी चाहिए।
  5. भूजल स्तर: जिन क्षेत्रों में भूजल 100 फीट से अधिक गहराई पर है, वहां नए पंपों की स्थापना प्रतिबंधित है। हालांकि डीजल पंप को सोलर में बदलने की अनुमति है, बशर्ते माइक्रो इरिगेशन का उपयोग हो।

कैसे करें आवेदन?

हरियाणा में योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इच्छुक किसान SARAL पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन प्रक्रिया:

  1. SARAL पोर्टल पर पंजीकरण करें
    saralharyana.gov.in पर जाकर अपना अकाउंट बनाएं।
  2. PM-KUSUM योजना चुनें
    लॉगिन करने के बाद “Renewable Energy” विकल्प में जाकर “Solar Water Pumping Programme” पर क्लिक करें।
  3. आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें
    • आधार कार्ड
    • भूमि के कागजात
    • बैंक पासबुक
    • परिवार पहचान पत्र
    • बिजली कनेक्शन साक्ष्य (यदि कोई हो)
  4. आवेदन की समीक्षा और स्वीकृति
    HAREDA (हरियाणा अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी) द्वारा आवेदन की समीक्षा की जाएगी।
  5. सोलर पंप की स्थापना
    पात्र पाए जाने पर अधिकृत विक्रेता द्वारा सोलर पंप लगाया जाएगा।

योजना के मुख्य लाभ

  • डीजल की बचत: किसान अब सिंचाई के लिए डीजल पंप की जगह सोलर पंप का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिससे ईंधन खर्च में कमी आएगी।
  • पर्यावरण संरक्षण: सोलर पंप से CO₂ उत्सर्जन नहीं होता, जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होता।
  • अतिरिक्त आय का स्रोत: सोलर सिस्टम से अतिरिक्त उत्पादित बिजली को ग्रिड में बेचकर किसान आय भी कमा सकते हैं (जहां व्यवस्था उपलब्ध हो)।
  • 24×7 सिंचाई सुविधा: बिना बिजली कटौती के सिंचाई संभव होगी।

सरकार का उद्देश्य और दिशा

भारत सरकार का लक्ष्य 2026 तक 30 लाख सोलर पंपों की स्थापना करना है। इससे न केवल कृषि को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी, बल्कि भारत की जलवायु परिवर्तन से लड़ने की रणनीति को भी बल मिलेगा।

ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, इस योजना से देशभर में डीजल से चलने वाले लगभग 10 लाख पंपों को सोलर पंपों से बदला जाएगा।

निष्कर्ष

PM-KUSUM योजना 2025 किसानों के लिए न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है। यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आज ही SARAL पोर्टल पर आवेदन करें।

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