पोल्ट्री फार्म लोन योजना 2025 भारत में पोल्ट्री किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक नई सरकारी योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा देना और कृषि आय में वृद्धि करना है। यह योजना नए और मौजूदा उद्यमियों को पोल्ट्री फार्मिंग शुरू करने या इसे विस्तारित करने के लिए सब्सिडी वाली ऋण सुविधाएं प्रदान करती है। सरकार और विभिन्न वित्तीय संस्थानों के सहयोग से यह योजना भारत के पोल्ट्री क्षेत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है।
योजना का अवलोकन
भारत में अंडे और मुर्गी के बढ़ते उपभोग के कारण पोल्ट्री फार्मिंग एक लाभदायक व्यवसाय बन गया है। इसकी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पोल्ट्री फार्म लोन योजना 2025 की शुरुआत की है, जिससे नए और मौजूदा किसानों को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इस योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता, सब्सिडी और कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्य विशेषताएँ
- ऋण राशि: पात्र आवेदक अपनी वित्तीय पृष्ठभूमि और व्यवसाय योजना के आधार पर अधिकतम ₹9,00,000 तक का ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
- सब्सिडी:
- सामान्य श्रेणी के आवेदकों को ऋण राशि पर 25% सब्सिडी मिलेगी।
- अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आवेदकों को 33% सब्सिडी दी जाएगी।
- ब्याज दर: विभिन्न वित्तीय संस्थानों के आधार पर ब्याज दर 12.5% से 14% वार्षिक होगी।
- भुगतान अवधि: ऋण की अवधि पाँच वर्ष तक होगी, जिसमें छह महीने की अतिरिक्त छूट अवधि शामिल होगी।
Poultry Farm Loan Scheme 2025 पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा:
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए और उसकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
- पोल्ट्री फार्मिंग के लिए कम से कम तीन एकड़ भूमि होनी आवश्यक है।
- आवेदक को व्यवसाय योजना प्रस्तुत करनी होगी, जिसमें फार्म की अनुमानित लागत, राजस्व और लाभ का विवरण शामिल हो।
- SC, ST, OBC वर्गों के आवेदकों को अधिक सब्सिडी का लाभ मिलेगा।

Poultry Farm Loan Scheme 2025 आवश्यक दस्तावेज
पोल्ट्री फार्म लोन के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
- आधार कार्ड (पहचान प्रमाण के लिए)
- निवास प्रमाण पत्र (डोमिसाइल सत्यापन के लिए)
- आय प्रमाण पत्र (ऋण पात्रता के लिए)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो, तो सब्सिडी के लिए)
- बैंक पासबुक (लेनदेन रिकॉर्ड के लिए)
- पोल्ट्री फार्म लाइसेंस (पोल्ट्री व्यवसाय संचालन की अनुमति के लिए)
- परियोजना रिपोर्ट (कारोबारी योजना और अनुमानित लागत का विवरण)
- पोल्ट्री फार्मिंग प्रमाणपत्र (यदि उपलब्ध हो, तो पोल्ट्री प्रबंधन की विशेषज्ञता को प्रमाणित करने के लिए)
संबंधित बैंक और वित्तीय संस्थान
इस योजना के तहत कई सरकारी और निजी बैंक वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं। प्रमुख बैंक और संस्थान निम्नलिखित हैं:
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI) – कम ब्याज दरों और सरकारी सब्सिडी के साथ ऋण प्रदान करता है। (SBI आधिकारिक वेबसाइट)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB) – पहली बार पोल्ट्री व्यवसाय शुरू करने वालों के लिए विशेष ऋण सुविधा। (PNB आधिकारिक वेबसाइट)
- आईडीबीआई बैंक (IDBI) – पोल्ट्री किसानों के लिए लचीले भुगतान विकल्प प्रदान करता है। (IDBI आधिकारिक वेबसाइट)
- बैंक ऑफ इंडिया – बड़े पैमाने पर पोल्ट्री फार्म संचालन के लिए उच्च ऋण राशि प्रदान करता है। (Bank of India आधिकारिक वेबसाइट)
- राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) – पोल्ट्री किसानों को अतिरिक्त वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान करता है। (NABARD आधिकारिक वेबसाइट)
Poultry Farm Loan Scheme 2025 आवेदन प्रक्रिया
पोल्ट्री फार्म लोन योजना 2025 के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया आसान है। इच्छुक किसान निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:
चरण 1: बैंक का चयन करें
आवेदकों को योजना के तहत पोल्ट्री फार्म लोन देने वाले बैंक का चयन करना होगा।
चरण 2: आवेदन पत्र प्राप्त करें
चयनित बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या निकटतम शाखा में जाकर आवेदन पत्र प्राप्त करें।
चरण 3: आवेदन पत्र भरें
आवेदक को अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विवरण के साथ आवेदन पत्र भरना होगा, जिसमें भूमि स्वामित्व प्रमाण और पोल्ट्री व्यवसाय योजना शामिल हो।
चरण 4: आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें
सभी आवश्यक दस्तावेजों को संलग्न करें, जिनमें पहचान प्रमाण, बैंक विवरण और परियोजना रिपोर्ट शामिल हैं।
चरण 5: सत्यापन प्रक्रिया
बैंक द्वारा आवेदक के विवरण और दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
चरण 6: ऋण स्वीकृति और वितरण
यदि ऋण स्वीकृत हो जाता है, तो राशि सीधे आवेदक के बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी और सब्सिडी का लाभ लागू किया जाएगा।
योजना के लाभ
यह योजना किसानों और संपूर्ण अर्थव्यवस्था के लिए कई लाभ प्रदान करती है:
- रोजगार के अवसरों में वृद्धि – पोल्ट्री उद्योग श्रम-प्रधान है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- पोल्ट्री उत्पादन को बढ़ावा – वित्तीय सहायता के माध्यम से किसान अपने उत्पादन को बढ़ा सकते हैं, जिससे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मांग पूरी हो सकेगी।
- ग्रामीण उद्यमिता को प्रोत्साहन – यह योजना ग्रामीण उद्यमियों को स्व-रोजगार के अवसर देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है।
- खाद्य सुरक्षा को सुदृढ़ करना – पोल्ट्री उत्पादों की बढ़ती उपलब्धता से खाद्य सुरक्षा में सुधार होगा।
चुनौतियाँ और महत्वपूर्ण बिंदु
हालांकि यह योजना कई लाभ प्रदान करती है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं जिनका समाधान आवश्यक है:
- उच्च प्रारंभिक निवेश: पोल्ट्री फार्म स्थापित करने के लिए बुनियादी ढांचे, चारे और पशु चिकित्सा सेवाओं में प्रारंभिक निवेश की आवश्यकता होती है।
- बाजार में उतार-चढ़ाव: पोल्ट्री उत्पादों की कीमतें मौसमी मांग और आपूर्ति श्रृंखला की समस्याओं के कारण बदल सकती हैं।
- बीमारियों का प्रबंधन: किसानों को रोगों को रोकने के लिए उचित जैव सुरक्षा उपाय अपनाने होंगे।
निष्कर्ष
पोल्ट्री फार्म लोन योजना 2025 एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है, जो भारत में पोल्ट्री फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। यह योजना न केवल किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाती है।
इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आवेदक NABARD की आधिकारिक वेबसाइट (www.nabard.org) पर जा सकते हैं या अपने नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते हैं। सही मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता के साथ, पोल्ट्री फार्मिंग हजारों भारतीय किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय साबित हो सकती है।

Pankaj Kumar is a journalist at Chandigarh X, covering admit cards, recruitment, and government schemes. His articles provide readers with detailed insights into application processes, eligibility, and exam updates.
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