भारत सरकार द्वारा दिसंबर 2018 में शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना देशभर के करोड़ों किसानों को महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उन्हें वित्तीय सहायता देना है। इसके तहत पात्र किसानों को ₹6,000 प्रति वर्ष दिए जाते हैं, जो ₹2,000 की तीन समान किस्तों में सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाते हैं।
सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, 15वीं किस्त अप्रैल 2025 में जारी होने की संभावना है, जो अप्रैल–जुलाई 2025 की अवधि को कवर करेगी। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की जाएगी।
पीएम-किसान योजना: प्रमुख विशेषताएं और उद्देश्य
पीएम-किसान योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका पूरा वित्त पोषण भारत सरकार द्वारा किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को आय सहायता प्रदान करना, उनकी वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करना, कृषि और घरेलू खर्चों को पूरा करने में मदद करना और गैर-संस्थागत ऋणदाताओं पर उनकी निर्भरता कम करना है।
किसान अपनी भुगतान स्थिति, योजना में पंजीकरण और आवश्यक सत्यापन जैसे ई-केवाईसी (Know Your Customer) पूरा करने के लिए पीएम-किसान पोर्टल पर जा सकते हैं।
पीएम-किसान योजना के लिए पात्रता मानदंड
सभी किसान इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। सरकार ने कुछ पात्रता शर्तें निर्धारित की हैं:
- स्वामित्व वाली कृषि योग्य भूमि वाले किसान इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- छोटे और सीमांत किसान मुख्य लाभार्थी हैं।
- आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य है।
- संस्थागत भू-मालिक, सरकारी कर्मचारी और उच्च आय वर्ग के लोग योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
किसान अपनी पात्रता और पंजीकरण की जानकारी पीएम-किसान पोर्टल या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर देख सकते हैं।
पिछली किस्तों का वितरण और लाभार्थी संख्या
इस योजना के तहत अब तक 11 करोड़ से अधिक किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है। हाल की किस्तों का विवरण इस प्रकार है:
- दिसंबर 2024–मार्च 2025: 11.13 करोड़ किसानों को भुगतान किया गया।
- हरियाणा में वितरण: पिछली किस्त में 15.99 लाख किसानों को लाभ मिला।
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि यह योजना किसानों को बिचौलियों के बिना सीधी आर्थिक मदद पहुंचाने में प्रभावी रही है।
PM Kisan Samman Nidhi Scheme: 15 अप्रैल 2025 में संभावित रिलीज
अप्रैल–जुलाई 2025 की अवधि के लिए 15वीं किस्त के 15 अप्रैल 2025 के आसपास जारी होने की उम्मीद है। हालांकि, इस भुगतान को बिना किसी बाधा के प्राप्त करने के लिए, किसानों को समय सीमा से पहले अपना ई-केवाईसी पूरा करना होगा।
पीएम-किसान के लिए ई-केवाईसी कैसे पूरा करें?
सरकार ने धोखाधड़ी रोकने और वास्तविक लाभार्थियों को भुगतान सुनिश्चित करने के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है। किसान निम्नलिखित तरीकों से ई-केवाईसी कर सकते हैं:
- ऑनलाइन तरीका – पीएम-किसान पोर्टल पर जाकर ओटीपी आधारित आधार प्रमाणीकरण करें।
- ऑफलाइन तरीका – नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या कृषि कार्यालय में जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन कराएं।
- डाक विभाग की सहायता – इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) के माध्यम से किसान अपना मोबाइल नंबर आधार से लिंक कर सकते हैं, जिससे वे ई-केवाईसी पूरा कर सकें।

पीएम-किसान भुगतान की स्थिति कैसे जांचें?
किसान अपनी किस्त की स्थिति निम्नलिखित चरणों का पालन करके देख सकते हैं:
- पीएम-किसान पोर्टल पर जाएं। pmkisan.gov.in
- “फार्मर्स कॉर्नर” सेक्शन में “लाभार्थी स्थिति” (Beneficiary Status) पर क्लिक करें।
- आधार नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज करें।
- “डेटा प्राप्त करें” (Get Data) पर क्लिक करें।
यह पेज दिखाएगा कि भुगतान प्रोसेस हुआ है, लंबित है या किसी सत्यापन समस्या के कारण अस्वीकृत हो गया है।
पीएम-किसान भुगतान में होने वाली सामान्य समस्याएं और उनके समाधान
कई किसानों को पीएम-किसान भुगतान प्राप्त करने में देरी का सामना करना पड़ता है। नीचे कुछ सामान्य समस्याएं और उनके समाधान दिए गए हैं:
समस्या | समाधान |
---|---|
ई-केवाईसी पूरा नहीं हुआ | पीएम-किसान पोर्टल पर ओटीपी या बायोमेट्रिक ई-केवाईसी पूरा करें। |
बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है | अपने बैंक जाकर आधार लिंकिंग अपडेट करवाएं। |
भूमि रिकॉर्ड में त्रुटि | राज्य राजस्व विभाग से भूमि विवरण अपडेट करवाएं। |
मोबाइल नंबर पंजीकृत नहीं है | कॉमन सर्विस सेंटर या कृषि कार्यालय में मोबाइल नंबर अपडेट करवाएं। |
पीएम-किसान योजना को मजबूत बनाने के लिए सरकार के प्रयास
भारत सरकार इस योजना को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है:
- डिजिटल तकनीक का उपयोग – आधार प्रमाणीकरण और डिजिटल सत्यापन से भ्रष्टाचार में कमी आई है।
- राज्य-स्तरीय निगरानी – स्थानीय प्रशासन सही किसानों के पंजीकरण की निगरानी करता है।
- समय-समय पर समीक्षा – सरकार अपात्र लाभार्थियों को हटाकर पात्र किसानों को जोड़ती रहती है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत के करोड़ों किसानों के लिए एक जीवनरेखा बन चुकी है। 15वीं किस्त अप्रैल 2025 में जारी होने की उम्मीद है, इसलिए किसानों को अपना ई-केवाईसी, बैंक विवरण और आधार लिंकिंग अपडेट रखना चाहिए ताकि वे इस वित्तीय सहायता का समय पर लाभ उठा सकें।

Pankaj Kumar is a journalist at Chandigarh X, covering admit cards, recruitment, and government schemes. His articles provide readers with detailed insights into application processes, eligibility, and exam updates.
Outside of work, Pankaj enjoys traveling, fitness, and cricket, often participating in local matches on weekends.